Tuesday, 3 November 2015

में तेरा पति ही नहीं लेकिन तेरी आवाज़ भी बनूँगा

 Best Couple Love Story in Hindi

hindi love story, love story in hindiकॉलेज में साथ पढाई करते एक लड़के और लड़की की एक अच्छी दोस्ती थी। कॉलेज के बाद बहुत टाइम दोनों साथमे रहते थे। ये दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में हो गयी। दोनों एक दूसरे के बिना नहीं रह सकते थे। कॉलेज पूरा होने के बाद दोनों ने इस मामले में घर पे बात की। शुरू में एक छोटी सी झिझक के बाद दोनों परिवारों शादी करने पर सहमत हुए। लड़के को आगे की पढ़ाई के लिए विदेश जाना था। और इस के लिए एक छात्रवृत्ति प्राप्त हुई थी। दोनों के लिए पर्याप्त सगाई पेश करने का फैसला किया गया था। 

सगाई के बाद लड़का विदेश में पढाई करने के लिए चला गया लेकिन हर रात अपने भविष्य की पत्नी के साथ कुछ सेकंड फोन पर बात कर लेता। एक दिन उस लड़की के साथ दुर्घटना हुई। उसकी जिंदगी तो बच गयी लेकिन उसने अपनी जीभ खो दि। 

डॉक्टर ने कहा, ये लड़की अब उसके जीवन में कभी बोल नहीं सकती। उस दिन रात को बहुत कॉल किये लेकिन उसका जवाब कौन दे? लड़के ने  अलग अलग तरीके से कांटेक्ट करने की बहुत कोशिश की लेकिन किसी भी तरह से संपर्क नहीं हुआ। लड़की ने उसके पिता को लिखकर समझाया की में अब उस लड़के का जीवन को बर्बाद नहीं करना चाहती। और में उससे बात भी नहीं कर पाउगी तो जिन्दगी कैसे पूरी करू। लड़की के कहने पर उसके पिता ने शहर भी बदल दिया और किसी दूसरे शहर में रहने के लिए चले गए। 

लड़की ने अपनी फ्रेंड्स से कॉल करवा कर लड़के को कहा की तुम कोई दूसरी लड़की को ढूंढ लो। कुछ दिन लड़के का बहुत फोन आया लेकिन फिर बंध हो गया। लड़की को लगा की वो अब मुझे भूल गया होगा लड़की लड़के को याद करके बहुत रडती थी। एक साल से ज्यादा समय हो गया एक दिन उस लड़की की सखी ने उसके घर आकर कहा की वो लड़का शादी कर रहा है उसकी शादी का कार्ड मुझे मिला है। 

लड़की की आंख में आंशु आ गये मुझे बिलकुल भूल गया उसकी एक बार भी मुझसे मिलने के लिए विचार नहीं आया? क्या प्यार ऐसा होता है? ऐसा सोचते सोचते उसने शादी कार्ड को हाथ में लिया और लड़की के साथ उसका नाम देखते उसकी आंख खुल गयी। लड़की कुछ भी बोले उसके पहले ही लड़का उसके सामने आ गया और लड़की को बोलकर नहीं लेकिन प्रतीकात्मक भाषा में कहा मैंने शादी के लिए दिया हुआ वचन मुझे याद है।मुझे माफ़ करना ये एक साल जितना लम्बा समय लेने के लिए क्युकी इस समय के दौरान मैं सांकेतिक भाषा सीख रहा था। लेकिन अब "में तेरा पति ही नहीं लेकिन आपकी आवाज़ भी बनूँगा"

दोस्तों आपको जिसको दिलसे प्यार करते हो तो उसपर विश्वास भी रखना। कभी कभी प्रियजनों से किसी भी प्रतिक्रिया ना मिले तब आप जैसा सोचते हो उससे वास्तविकता थोड़ी अलग भी हो सकती है।

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