गठिया रोग के दर्द को भगाने घरेलू उपाय
अगर आपके घुटनों, कूल्हों, हाथ व शरीर के अन्य किसी जोड़ पर दर्द होता है, तो समझ लीजीये कि आपको गठिया की परेशानी है. Gathiya Ki Bimari से परेशान लोगों को इतना भयानक दर्द होता है, कि वे बैचैन हो जाते है. दर्द को कोई स्पष्ट कारण नहीं है, और फिर ये धीरे धीरे Gathiya ka Rog बन जाता है. आज के समय में ये बहुत आम बीमारी है, जो किसी भी प्रकार से हो सकती है. साधारण शब्दों में कहा जाये तो अगर आपके एक या एक से अधिक जोड़ों में दर्द व् सुजन रहती है तो आप Gathiya Rog से पीढित है.
गठिया को आयुर्वेद में नामदिया कहा जाता है. आधुनिक चिकित्सा के अनुसार खून में यूरिक एसिड की अधिक मात्रा होने से गठिया रोग होता है. जैसे जैसे उम्र बढ़ती है Gathiya की समस्या भी बढ़ती चली जाती है. भोजन में शामिल खाघ पदार्थों के कारण जब शरीर में यूरिक एसिड अधिक मात्रा में बनता है तब गुर्दे उन्हें खत्म नहीं कर पाते और शरीर के अलग- अलग जोड़ों में में यूरेट क्रिस्टल जमा हो जाता है. और इसी वजह से जोड़ों में सूजन आने लगती है तथा उस सूजन में दर्द होता है.
गठिया के लक्षण - Gathiye ke Lakshan
गठिया के लक्षण पैरों और हाथों की उंगलियों में सूजन के रूप में देखे जाते हैं. Gathiya के शुरूवाती दौर में शरीर के जोड़ों वाले हिस्सों में दर्द होने लगता है, और हाथ लगाने से भी दर्द होता है. गठिया के रोगियों को बुखार और कब्ज़ के साथ सिर दर्द भी होता रहता है. जोड़ों में अधिक सूजन और पीड़ा होना. गठिया रोग में रोगी को अधिक प्यास लगती है. गठिया रोग में हाथ-पांवों में छोटी-छोटी गांठें बन जाती है और इलाज में देर होने से यह गंभीर रूप ले सकती है.
गठिया का कारण - Gathiya ka Karan
जब हमारे शरीर मे यूरिक एसिड की मात्रा जरुरत से ज्यादा हो जाती है तो हड्डियों और जॉइंट में पैन होना शुरू हो जाता है जो बाद में जा कर गठिया के रोग में तब्दील हो जाता है. निचे दिए गये कुछ घरेलु उपचार से आप Gathiya Rog Se Gharelu Nushkhe से इलाज पा सकते हो.
गठिया रोग का घरेलु इलाज - Gathiye Rog Ke Gharelu Nuskhe
1-लहसुन - Lehsun
लहसुन का 10 काली ले और उसे एक गिलास गाय के दूध में मिलकर 15 minute तक गरम करे और इसे रोजाना ले. ऐसा करने से गठिया से जल्द राहत मिलती है.
2- अदरक - Adarak
अदरक घर में आसानी से मिलने वाली चीज है, इसकी मदद से Gathiya Ka Dard दूर किया जा सकता है. सूखे अदरक को पीस कर उसका पाउडर बना लें, अब 6 चम्मच अदरक पाउडर में, 6 चम्मच जीरा पाउडर व् 3 चम्मच काली मिर्च पाउडर मिलाएं. सबको अच्छे से मिलाकर, आधी चम्मच पाउडर को पानी के साथ खा लें. ऐसा हर रोज दिन में 3 बार करें. अदरक का तेल दर्द वाली जगह में लगाने से आराम मिलता है, साथ ही जकड़न दूर होती है. रोज अदरक का टुकड़ा चबाने से भी आराम मिलता है, इससे शरीर में खून का संचार भी बढ़ता है.
3- हल्दी - Haldi
हल्दी के रोज उपयोग से सुजन कम होती है. गठिया से होने वाली सुजन पर भी ये असरदारी है. आप हल्दी की जो कैप्सूल आती है, वह 500mg या 1000mg की ले सकती है. आप हल्दी का जूस भी पी सकते है. इसके अलावा गर्म दूध में हल्दी डालकर सोने से पहले पियें इससे भी आपको Gathiya Rog Se आराम मिलेगा.
4- मेथी - Methi
मेथी रात में एक चम्मच मेथी के बिज को पानी में डाल कर छोड़ दे और सुबह खाली पेट अच्छी तरह चबा कर खाए ऐसा करने से गठिया से जल्द निजात मिलता है.
5- तांबे का पानी - Tambe ka Pani
जिन लोगों को भी गठिया का रोग है उन्हें तो हर रोज तांबे के बर्तन का पानी पीना चाहिए. इसके लिए आप रात में एक तांबे के बर्तन में पानी रख कर छोड़ दियां करे और अगले दिन सवेरे – सवेरे इसको खाली पेट पीना चाहिए.
6- नमक और पानी - Namak or Pani
शाम के समय थोडा गरम (सहने लायक) पानी में 10 चमच्च नमक ले कर उसे अपने पैरों को सेका करे, ऐसा करने से जोड़ो के दर्द से राहत मिलेगी.
7- मछली का तेल - Machli ka Tel
मछली के तेल में ओमेगा 3 एसिड होता है, जो दर्द को बहुत जल्दी कम कर देता है. 1-2 चम्मच मछली का तेल रोज डाइट में शामिल करें. गठिया के रोगी को सुबह सुबह उठते साथ बहुत परेशानी होती है. रात भर एक सी पोजीशन में रहने से हाथ पैर, शरीर में जकड़न आ जाती है, अतः उठते साथ वे लोग अच्छा महसूस नहीं करते है. खाली पेट मछली का तेल लेने से इस परेशानी को दूर कर सकते है.
8- अल्फला बीज - Alfala Bij
अल्फला बीज एक हर्ब है, जिसमें बहुत से मिनिरल्स होते है, जो शरीर में ph लेवल ठीक करने में मदद करता है. 1 कप उबलते पानी में 1 tsp अल्फला बीज डालें, अब 15-20 min उबलने दें. अब इसे छान कर दिन में 2 बार पियें. 2-3 हफ्ते ऐसा करने से Gathiya rog सेआराम मिल जायेगा. इसके अलावा आप इसकी कैप्सूल भी खा सकते है, जो मार्किट में आसानी से मिल जाती है.
9- अजवाइन - Ajwain
सरसों के तेल को गर्म करके उसमे अजवाइन को पका ले इस तेल की मालिश से भी सूजन और दर्द में आराम मिलता है. पानी को गर्म करके उसमे अजवायन को उबाल ले अब इस पानी में तौलिया भिगोकर और हलका निचोड़ कर उसे घुटनों पर रखकर गर्म सेंक देने से भी दर्द में राहत मिलती है इस अजवायन वाले पानी की भाप घुटनों पर देने से दर्द ठीक होता है. अजवाइन के बीज का इस्तेमाल Gathiya Rog Ke Upchar में लंबे समय से किया जाता रहा है गठिया और यूरिक एसिड की समस्या का यह एक प्रसिद्ध प्राकृतिक उपचार है अजवाइन में दर्द को कम करने एंटी-आक्सीडेंट और डाइयुरेटिक गुण पाया जाता है साथ ही इसे यरनेरी एंटीसेप्टिक भी माना जाता है.
10. प्याज का प्रयोग - Pyaj ka Prayog
प्याज अपने सूजन विरोधी गुणों के कारण घुटनों की पीड़ा में लाभकारी हैं दर असल प्याज में फायटो-केमीकल्स पाए जाते हैं जो हमारे इम्यून सिस्टम को ताकतवर बनाते हैं प्याज में पाया जाने वाला गंधक जोड़ों में दर्द पैदा करने वाले एन्जाईम्स की उत्पत्ति रोकता है तथा प्याज में मोरफीन की तरह के पीड़ा नाशक गुण होते हैं.
11- अन्य प्रयोग
* एरंड तेल के साथ गिलोय का रस लेने से गठिया खत्म होती है. तिल को तवे पर भूनने के बाद दूध के साथ पीसकर लेप बनायें और उसे गठिया से होने वाली सूजन पर इसका लेप लगाने से सूजन और दर्द में राहत मिलती है. अलसी को दूध में पीसकर गठिया की सूजन से प्रभावित हिस्सों में लगाने से सूजन और दर्द में लाभ मिलता है. गठिया से प्रभावित लोग यदि समुद्र में स्नान करें तो उन्हें गठिया से राहत मिल सकती है. जैतून के तेल की मालिश करने से Gathiya के दर्द में राहत मिलती है.
* काली मिर्च को तिल के तेल में जलने तक गर्म करें. उसके बाद ठंडा होने पर उस तेल को मांसपेशियों पर लगाएं, दर्द में तुरंत आराम मिलेगा.
* दर्दवाले स्थान पर अरण्डी का तेल लगाकर, उबाले हुए बेल के पत्तों को गर्म-गर्म बाँधे इससे भी तुरंत लाभ मिलता है.
* गाजर को पीस कर इसमें थोड़ा सा नीम्बू का रस मिलाकर रोजाना सेवन करें. यह जोड़ो के लिगामेंट्स का पोषण कर दर्द से राहत दिलाता है.
* हर सिंगार के ताजे 4-5 पत्ती को पानी के साथ पीस ले, इसका सुबह-शाम सेवन करें, अति शीघ्र स्थाई लाभ प्राप्त होगा .
* ग्रीन टी मे पावरफुल antioxidant Polyphenols होते है जो टिश्यूस को नुकसान पहुँचाने वेल और सूजन पैदा करने वेल कोम्पोनंत को ख़त्म कर देते है. यह गठिया रोग को और ज़्यादा भी नही बढ़ने देते.
* मिर्ची मे Capsaicin नमक कंपाउंड होता है जो गठिया से उत्पन्न दर्द और सूजन को कम करता है. रिसर्च से पता चला है की 80% लोग जो Osteoarthritis और Rheumatoid Arthritis से पीड़ित होते है, यदि वे मिर्ची के पेस्ट को जॉइंट पे लगाए तो उन्हे 15 ईनो के अंदर लाभ मिलने लगेगा.
* गठिया रोगी को अपनी क्षमतानुसार हल्का व्यायाम अवश्य ही करना चाहिए, क्योंकि इनके लिये अधिक परिश्रम करना या अधिक बैठे रहना दोनों ही नुकसान दायक हैं.
* गिलोय का रस पिये इससे दर्द भी कम होगा और सूजन भी ख़त्म होगा.
* अमरुद के कुछ पत्ते ले और उसे पिस कर उसमे थोडा काला नमक मिलाकर खाये, आपको आराम मिलेगा.
दोस्तों इस पोस्ट में मैंने आपको Gathiya Rog Ke Gharelu Nuskhe बताये है अगर आपको ये पोस्ट अच्छी लगे तो आप हमे कमेंट के माध्यम से बता सकते हो और अगर कोई भी हेल्प की जरूरत है तो आप हमे बताये हम आपकी हेल्प करेंगे.
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