Tuesday, 22 September 2015

अधूरा सच हिंदी कहानी Incomplete True Heart Touching Story in Hindi

Incomplete True Heart Touching Story in Hindi


अधूरा सच Incomplete True Heart Touching Story in Hindiएक 24 साल का लड़का ट्रेन में सफ़र करते वक्त खिड़की से बाहर के नज़ारे को देख रहा था| वह अचानक चिल्लाया- पापा, वो देखो पेड़ पीछे जा रहे है! पिताजी मुस्कराए| पास में बैठा एक व्यक्ति, लड़के के इस बचपने व्यवहार को देखकर हैरान था और उसे लड़के पर दया आ रही थी|

थोड़ी देर बाद लड़का फिर ख़ुशी से चिल्लाया- देखो पापा, बादल हमारे साथ चल रहे है! अब पास में बैठे व्यक्ति से रहा नहीं गया और उसने कहा- आप अपने बेटे को किसी अच्छे डॉक्टर को क्यों नहीं दिखाते? लड़के के पिता ने कहा- हम अभी अस्पताल से ही आ रहे है| दरअसल मेरा बेटा जन्म से ही अँधा था और आज ही उसको आँखे मिली है| आज वह पहली बार इस संसार को देख रहा है|

* हर व्यक्ति की अपनी एक कहानी होती है| सम्पूर्ण सच को जाने बिना किसी के भी व्यवहार के बारे में निर्णय नहीं करना चाहिए| हो सकता है कि जो दिख रहा है वह सम्पूर्ण सच न हो|

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