Shayari-1
तुम हो शुबह शाम की तरह.
तुम हो खुशियो के पैगाम की तरह.
हमने कब भुलाया है आपको.
तुम याद रहते हो मुझे मेरे नाम की तरह
तुम हो शुबह शाम की तरह.
तुम हो खुशियो के पैगाम की तरह.
हमने कब भुलाया है आपको.
तुम याद रहते हो मुझे मेरे नाम की तरह
Shayari-2
निगाहो में और कोई प्यार के काबिल ना रहे,
इस स्मण्डर का और कोई साहिल ना रहे,
चाँद जैसा यार मिला हूमे ज़मीन पर,
आसमान का चाँद बी अब दीदार के काबिल ना रहे........
निगाहो में और कोई प्यार के काबिल ना रहे,
इस स्मण्डर का और कोई साहिल ना रहे,
चाँद जैसा यार मिला हूमे ज़मीन पर,
आसमान का चाँद बी अब दीदार के काबिल ना रहे........
Shayari-3
सांस लेने से तेरे याद आती हे
ना लेने से मेरे जान जाती है
कैसे केहदु सिर्फ़ साँस से ज़िंदा हू
कंबाकाहट सांस भी तो तेरि याद क बाद आती है
सांस लेने से तेरे याद आती हे
ना लेने से मेरे जान जाती है
कैसे केहदु सिर्फ़ साँस से ज़िंदा हू
कंबाकाहट सांस भी तो तेरि याद क बाद आती है
Shayari-4
दिल से रोए मगर होठों से मुस्कुरा बेते.
यूँ ही हम किसी से वफ़ा निभा बेते.
वो ह्यूम एक लम्हा ना दे पाए.
जिनके लिए हम अपनी जिंदगी गावा बेते.
दिल से रोए मगर होठों से मुस्कुरा बेते.
यूँ ही हम किसी से वफ़ा निभा बेते.
वो ह्यूम एक लम्हा ना दे पाए.
जिनके लिए हम अपनी जिंदगी गावा बेते.
Shayari-5
कोन काहेता है ताज महेल बनाने के लए दोलत नही मिलती.
ताज महेल बनाने के लए दोलत तो मिलती हे मगर मोहबट्ट करने के लए मुमताज़ नही मिलती.
कोन काहेता है ताज महेल बनाने के लए दोलत नही मिलती.
ताज महेल बनाने के लए दोलत तो मिलती हे मगर मोहबट्ट करने के लए मुमताज़ नही मिलती.
Shayari-6
गुलशन मे खुदा ने हज़ारो फूल खिलाए है,
तब जाके हवा के ज़ोनके माहेक पाए है,
टूटे है ना जाने कितने खूबसूरत सितारे,
तब जाके आप ज़मीन पर आआये है…
गुलशन मे खुदा ने हज़ारो फूल खिलाए है,
तब जाके हवा के ज़ोनके माहेक पाए है,
टूटे है ना जाने कितने खूबसूरत सितारे,
तब जाके आप ज़मीन पर आआये है…
Shayari-7
तन्हाई ना पाए कोई महफ़िल की रात क बाद
जुदाई ना पाए कोई किसी क साथ क बाद
ना हो जे किसी को आदत किसी की इतनी
क हेर सांस ब आए किसी की याद क बाद
तन्हाई ना पाए कोई महफ़िल की रात क बाद
जुदाई ना पाए कोई किसी क साथ क बाद
ना हो जे किसी को आदत किसी की इतनी
क हेर सांस ब आए किसी की याद क बाद
Shayari-8
रात गुज़री फिर महकती सुबह आई
आँखे खुली फिर आपकी याद आई
हमने महसूस किया उस हवा को
जो आपको छूकर हमारे पास आई
रात गुज़री फिर महकती सुबह आई
आँखे खुली फिर आपकी याद आई
हमने महसूस किया उस हवा को
जो आपको छूकर हमारे पास आई
Shayari-9
यहाँ होना नही काफ़ी
यहाँ बनाना भी परता है
चलो एक दूउसरे क कुछ ना
कुछ बन जाएँ हम दोनो
यहाँ होना नही काफ़ी
यहाँ बनाना भी परता है
चलो एक दूउसरे क कुछ ना
कुछ बन जाएँ हम दोनो
Shayari-10
हुमारी आँखो मे होती जो दिल क हाल की झलक,
हम आईने को ब रुला देते,
अब तेरी याद मे तेरा वजूद तराष्ते हे,
तुम ख्वाब ब तो न्ही क ह्म भुला देते
हुमारी आँखो मे होती जो दिल क हाल की झलक,
हम आईने को ब रुला देते,
अब तेरी याद मे तेरा वजूद तराष्ते हे,
तुम ख्वाब ब तो न्ही क ह्म भुला देते
Shayari-11
ना कोई किसी से डोर होता है
ना कोई किसी के करीब होता है
वो खुद हे चल के आता है
जो जिसका नसीब होता है
ना कोई किसी से डोर होता है
ना कोई किसी के करीब होता है
वो खुद हे चल के आता है
जो जिसका नसीब होता है
Shayari-12
तू शक़ ना कर मेरे जज़्बातो पे,
तेरे साथ ही ज़िंदगी मेरी खूबसूरत है,
जितनी एहमियत है पानी की मरते इंसान क लिए,
बस उतनी ही मूज़े तेरी ज़रूरत है...
तू शक़ ना कर मेरे जज़्बातो पे,
तेरे साथ ही ज़िंदगी मेरी खूबसूरत है,
जितनी एहमियत है पानी की मरते इंसान क लिए,
बस उतनी ही मूज़े तेरी ज़रूरत है...
Shayari-13
हुंसे ज़्यादा कोई बेचें क्या होगा
हुंसे ज़्यादा कोई बेताब क्या होगा,
यादों को बाहों मे लेकर सोए रहे,
इससे ज़्यादा उनके प्यार का जवाब क्या होगा
हुंसे ज़्यादा कोई बेचें क्या होगा
हुंसे ज़्यादा कोई बेताब क्या होगा,
यादों को बाहों मे लेकर सोए रहे,
इससे ज़्यादा उनके प्यार का जवाब क्या होगा
Shayari-14
ना रही आज वो अपनी कहानी
ना वो हसीन दिन ना वो राते सुहानी
फिर ब ह्यूम अज़ीज़ है आपकी हर निशानी
चाहे दिल का वो दर्द हो या आँखो का पानी
ना रही आज वो अपनी कहानी
ना वो हसीन दिन ना वो राते सुहानी
फिर ब ह्यूम अज़ीज़ है आपकी हर निशानी
चाहे दिल का वो दर्द हो या आँखो का पानी
Shayari-15
हमसे कोई गीला हो जाए तो माफ़ करना,
याद ना कर पाए तो माफ़ करना,
दिल से तो हम आपको कभी भूलते नही,
पेर यह धड़कन ही रुक जाए तो माफ़ करना...
हमसे कोई गीला हो जाए तो माफ़ करना,
याद ना कर पाए तो माफ़ करना,
दिल से तो हम आपको कभी भूलते नही,
पेर यह धड़कन ही रुक जाए तो माफ़ करना...
Shayari-16
दिल अपने आप धारकता है, धारकया नही जाता
ये राज़-ए-मोहब्बत हर एक को बताया नही जाता
अगर एहसास हो तो, मोहबत को कर लो महसूस
ये वो जज़्बा है जो लफ़्ज़ों में समझाया नही जाता
दिल अपने आप धारकता है, धारकया नही जाता
ये राज़-ए-मोहब्बत हर एक को बताया नही जाता
अगर एहसास हो तो, मोहबत को कर लो महसूस
ये वो जज़्बा है जो लफ़्ज़ों में समझाया नही जाता
Shayari-17
उतार क्र देखो मेरी प्यार की गहराई मेी
सोचना मेरे बारे में रात की तन्हाई मेी
अगर हो जाए मेरे प्यार का एहसास तुमेई
मिलेगा मेरा अक्स तुमें अपनी परछाई मे
उतार क्र देखो मेरी प्यार की गहराई मेी
सोचना मेरे बारे में रात की तन्हाई मेी
अगर हो जाए मेरे प्यार का एहसास तुमेई
मिलेगा मेरा अक्स तुमें अपनी परछाई मे
Shayari-18
हवा क झोंको मे तेरे जिस्म की खुसबु ह
तू यहा तो नही,पर दिल मे तेरी रूह ह
जाने ये क्या हुआ है Mउझ्खो
मैं जहा भी देखु वाहा तू ही तू ह.
हवा क झोंको मे तेरे जिस्म की खुसबु ह
तू यहा तो नही,पर दिल मे तेरी रूह ह
जाने ये क्या हुआ है Mउझ्खो
मैं जहा भी देखु वाहा तू ही तू ह.
Shayari-19
यादो के तसालसूल पे कोई बस नही चलता,
जब याद किया तुम को तो कहा तक नहीं पहुंचे
यादो के तसालसूल पे कोई बस नही चलता,
जब याद किया तुम को तो कहा तक नहीं पहुंचे
Shayari-20
मुहब्बत नहीं है नाम सिर्फ़ पा लेने का
मुहब्बत नहीं है नाम सिर्फ़ पा लेने का
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