Sunday, 6 December 2015

रुको मत बढ़ते रहो हिंदी कहानी

Keep Moving Dont Stop Hindi Stories

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एक साहेब किसी  जरूरी बैठक के लिए कहीं जा रहे थे। रास्ते में उन्हें एक भयंकर तूफ़ान ने आ घेरा, ड्राइवर ने साहेब से पूछा- अब हम क्या करें? साहेब ने जवाब दिया- कार चलाते रहो।

तूफ़ान में कार चलाना बहुत ही मुश्किल हो रहा था, तूफ़ान और भयंकर होता जा रहा था। अब मैं क्या करू ? ड्राइवर ने पुनः पूछा। कार चलाते रहो।- साहेब ने पुनः कहा।

थोड़ा आगे जाने पर ड्राइवर ने देखा की राह में कई वाहन तूफ़ान की वजह से रुके हुए थे। उसने फिर साहेब से कहा- मुझे कार रोक देनी चाहिए मुझे दिखाई भी अब बड़ी मुश्किल से दे रही है! यह तूफान बहुत भयंकर है और और सभी ने अपनी गाड़ियां रोक दि हैं।

इस बार साहेब ने फिर निर्देशित किया- कार रोकना नहीं। बस चलाते रहो। अब तूफ़ान ने बहुत ही भयंकर रूप धारण कर लिया था किन्तु ड्राइवर ने कार चलाना नहीं छोड़ा। और अचानक ही उसने देखा कि सब कुछ साफ़ दिखने लगा है। कुछ किलो मीटर आगे जाने के पश्चात ड्राइवर ने देखा कि तूफ़ान थम चूका है और सूरज भी निकल आया है अब साहेब  ने कहा- अब तुम कार रोक सकते हो और बाहर आ सकते हो।

ड्राइवर ने पूछा- पर अब क्यों? साहेब ने कहा- जब तुम बाहर आओगे तो देखोगे कि जो राह में रुक गए थे, वे अभी भी तूफ़ान में फंसे हुए हैं। चूँकि तुमने कार चलाने का प्रयत्न नहीं छोड़ा, तुम तूफ़ान के बाहर हो। यह किस्सा उन लोगों के लिए एक प्रमाण है जो कठिन समय से गुजर रहे हैं।

मजबूत से मजबूत इंसान भी प्रयास छोड़ देते हैं। किन्तु प्रयास कभी भी छोड़ना नहीं चाहिए। निश्चित ही जिन्दगी के कठिन समय गुजर जायेंगे और सुबह के सूरज की भांति चमक आपके जीवन में पुनः आयेगी!

दोस्तों याद रखिए ऐसा नहीं है की जिंदगी बहुत छोटी है। दरअसल हम जीना ही बहुत देर से शुरू करते हैं।  निरंतर आगे बढ़ते रहो,रुको मत,पर अपनी स्थति पर अभिमान न करो।जबतक अभिमान,ममता या आसक्ति का  जरा भी बीज देख पाओ,तबतक साधना में विश्राम को जरा भी स्थान मत दो।

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