Sunday 11 October 2015

डॉक्टर उसके प्रेमी के लिए कुछ भी नहीं कर सकता है हिंदी प्रेम कहानी- The Doctor who could do nothing for her lover Hindi Love Story

डॉक्टर उसके प्रेमी के लिए कुछ भी नहीं कर सकता है हिंदी प्रेम कहानी, love story in hindiमेरा नाम Dr अनीता गुप्ता है। मैं AIIMS में कॅन्सर की फेमस डॉक्टर हूँ। आज अपनी रियल लव स्टोरी आप सभी के साथ शेर करना चाहती हूँ। मैने अपनी मेडिकल की पढ़ाई एक गवर्नमेंट कॉलेज से की थी, क्यूंकी मैं एक बहुत ही poor फॅमिली से थी और मेरे पेरेंट्स के पास इतना पैसा नही था की वो मुजको किसी प्राइवेट कॉलेज से MBBS करवाते। जब मैं पढ़ रही थी तो मैने अपने पेरेंट्स  की हेल्प करने के लिए एक कंपनी में पार्ट टाइम जॉब भी किया, और उसी टाइम पे मेरी लाइफ में मनीष भी आया जिसको मैं बहुत प्यार करती थी, मनीष उसी कंपनी के ओनर का लड़का था। मैं मनीष को प्यार करने लगी थी पर उससे यह कहने की कभी हिम्मत नही होती थी।

पर एक दिन मनीष खुद मेरे पास आया और उसने मुझसे कहा की वो मुझे पसंद करता है और तब मुजको यह एहसास हुआ की मनीष also feels the same way as I do! हमारा relationship बहुत अच्च्छा था , हम रोज मिलते थे और काफ़ी बातें भी करते थे। मैं अपनी लाइफ में मनीष के साथ बहुत खुश थी, शायद मैं उससे बहुत प्यार करती थी। 

पर एक दिन अचानक मनीष मेरे पास आया और उसने मुजसे कहा की वो हमारी realtionship  में ब्रेक-उप चाहता है, उसने कहा की उसने कभी भी मुजसे प्यार नही किया और मैं हमेशा उसके पैसे से प्यार किया उससे नहीं, मनीष के मुँह से यह बात सुनकर मैं काफ़ी डिप्रेस्ड हो गयी थी। और जब मैं घर वापस आई तो सारी रात रोती रही, मैने डिसाइड कर लिया था की मैं अब मनीष के बारे में नही सोचूँगी और ना ही कभी उससे मिलूंगी, पर ना जाने क्यूँ मनीष को भूल पाना मेरे लिए बहुत मुश्किल था, मैं उससे बहुत प्यार करती थी।

खैर आज इस बात को काफ़ी साल बीत गये हैं and I’m now a successful and a famous doctor…आज मेरे पास सब कुछ है अपना घर, कार, प्रॉपर्टी पर जो नही है वो है मेरा प्यार मनीष। हां मनीष जो कुछ ही दीनो पहले मेरे हॉस्पिटल में एक पेशेंट की तरह आया था। जब वो हॉस्पिटल में आया तो by-chance मैने ही उसको देखा। उसकी हालत काफ़ी खराब थी। वो चुप-छाप अपने बेड में लेता हुआ था और जब मैं वहाँ पौचि तो मैने उसको पहचान लिया, मैने धीरे से उसका नाम भी लिया, पर वो शायद कुछ बोल नही पा रहा था , उसके तकिये के नीचे एक लेटर पड़ा था जिसमें मेरा नाम लिखा था और जब मैं वो लेटर खोल कर पढ़ा तो उसमे लिखा था।

My अनीता,

शायद जब तक तुम इस लेटर को पढ़ो तब तक मैं इस दुनिया से काफ़ी दूर जा चुका होऊँगा, मैं तुमको दिल से सॉरी कहना चाहता हूँ, जिस दिन मैने तुमसे ब्रेक-अप किया था और जो भी तुमको कहा था उसमें कुछ भी सच्च नही था, मैं तुमको हर्ट नही करना चाहता था पर आक्च्युयली उसी दिन मुझको पता चला था की मुझको कॅन्सर है और मैं इस दुनिया में अब कुछ ही साल का मेहमान हूँ और मैं नही चाहता था की तुमको यह सब पता चले और तुम मेरे बारें में टेन्षन लो इसलिए i am  sorry, उस दिन मैं तुमको काफ़ी बुरा कहा पर मैं तुमको बहुत प्यार करता था और आज भी करता हूँ और हमेशा करता रहूँगा…।I love you अनीता

सिर्फ़ तुम्हारा मनीष

और उसके अगले दिन ही मनीष की कॅन्सर के कारण मोत हो गयी…और  मैं फिर से अकेली हो गयी I Love you too मनीष

दोस्तों आज ये साद लव स्टोरी आपसे शेर करने का पर्पस ये था की कभी भी प्यार में साथी आपका साथ छोड़ तो कम से कम एक बार कोशिश ज़रूर करो ये पता लगाने की उसने ऐसा क्यूँ किया? क्या पता जब आप सोच रहे हो की आपके साथी ने आपका साथ छोड़ दिया उसी वक़्त उसे आपकी सबसे ज़्यादा ज़रूरत हो।

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