Wednesday 21 October 2015

टाइम ही नहीं मिलता हिंदी कहाँनी

Get No Time Hindi Story

Get No Time Hindi Story,Motivational Hindi story, Motivational story in Hindi, prernadayak hindi story, Hard Work Vs Smart Work Hindi Storyआज मैं आपके लिए कुछ ऐसे रियल लाइफ उदाहरण लाया हूँ जिनके बारे में जानकर आप सच में प्रेरित होंगे। ये हमें समय के पाबंद होने के लिए प्रेरित तो करते ही हैं साथ में ये भी बताते हैं कि कोई इंसान कितना भी व्यस्त होकर भी अपने मनपसंद काम में कैसे आगे बढ़ सकता है। समय का सदुपयोग आपके हाथ में है!

* उदाहरण के लिए- 

1- महात्मा गाँधी दातुन करने से पहले शीशे पर गीता का श्लोक चिपका लिया करते थे और दातुन करते समय याद कर लिया करते थे, इस तरह से उन्होंने गीता के 13 अध्याय याद कर लिए।

2- Edward Vatlar ने राजनीति और parliament के कार्यक्रमों में व्यस्त रहते हुए भी 60 ग्रंथों की रचना कर ली। वह कहते हैं कि उन्होंने रोज तीन घंटे का समय पढने और लिखने के लिए ठीक किया था।

3- मोजार्ट ने हर घडी उपयोगी कार्य में लगे रहना अपना जीवन का आदर्श बना लिया था। उन्होंने रैक्युम नामक प्रसिद्ध ग्रन्थ मौत से लड़ते-लड़ते पूरा किया।

4- Waterloo के युद्ध में Napolean इसलिए बंदी बना लिया गया क्योंकि उसका सेनापति पाँच मिनट देरी से आया।

5- USA के famous Mathematician Charles F ने रोज केवल एक घंटा Maths सीखने का नियम बनाया था और उस नियम पर अंत तक डटे रहकर ही Maths में महारथ हासिल की।

6- Henry Kirak ने घर से ऑफिस तक पैदल आने-जाने के समय का सदुपयोग करके Greek सीख ली। फौजी डॉक्टर बनने पर उनका अधिकांश समय घोड़े की पीठ पर बीतता था। उन्होंने उस समय भी Italian और French भाषा सीख ली।

7- ईश्वरचन्द्र विद्यासागर जब कॉलेज जाते थे तो रास्ते के दुकानदार अपनी घड़ियाँ उन्हें देखकर ठीक करते थे। वे जानते थे कि विद्यासागर कभी एक मिनट भी आगे-पीछे नहीं चलते।

8- Gallileo की मेडिकल की दुकान थी फिर भी उसने थोडा-थोडा समय बचाकर विज्ञानं के महत्वपूर्ण आविष्कार कर डाले।
   
9-  ब्रिटिश कामनवेल्थ के मंत्री का अत्याधिक व्यस्त उत्तरदायित्व निभाते हुए मिल्टन ने ‘पैराडाइस लॉस्ट‘ कि रचना की। राजकाज से उन्हें बहुत कम समय मिल पाता था तो भी जितने कुछ मिनट वह बचा पाते उसी में उस काव्य पर काम कर लेते।

10- रोज चाय बनाने के लिए पानी उबालने में जितना समय लगता है , उसमे व्यर्थ न बैठकर लान्गफैले ने इन्फरल ग्रन्थ का अनुवाद कर लिया।

11- Napolean ने ऑस्ट्रिया को इसलिए हरा दिया क्योंकि वहां के सैनिक उसका सामना करने के लिए पाँच मिनट देरी से आये।

हममें से हर कोई अपनी जिंदगी में कुछ न कुछ जरुर करना चाहता है, लेकिन हमें उसके लिए समय ही नहीं मिलता। उदाहरण के लिए- हम ये सोचते हैं कि हम ये सीखेंगे, ऐसा करेंगे-वैसा करेंगे। अपने मुख्य लक्ष्य की तरफ थोडा आगे बढ़ेंगे लेकिन हकीकत में हम आगे बढ़ते नहीं। और ऐसा न कर पाने का एक आम बहाना  है कि हमें वक़्त ही नहीं मिलता। कोई केवल रोज एक घंटे पढ़कर माहिर बन गया तो किसी ने पैदल चलने का समय का भी उपयोग किया तो किसी ने पानी उबलने का समय भी उपयोग किया। कोई पाँच मिनट की देरी से हार जाता है तो कोई ऐसा ही कि लोग अपनी घडी से ज्यादा उसके समय की पाबंदी पर भरोसा है और कोई ऐसा भी है जो मौत से लड़ते लड़ते भी किताब लिखता है।

जब लोग उसी २४ घंटे में इतना कुछ कर सकते हैं तो प्रश्न उठता है कि आखिर हमारा समय कहाँ बर्बाद हो रहा है ? वास्तव में, हमे हमारा लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए जितना समय चाहिए उससे कहीं ज्यादा समय हमारे पास होता है। बस जरुरत है उस अमूल्य समय को बर्बाद होने से बचाने की। आप ऊपर लिखे उदाहरण में से कुछ को चुनकर एक slip पर लिख लें और ऐसी जगह चिपका दें जहाँ आप रोज इन्हे पढ़कर प्रेरित हो सकें। आप भले ही कितनी भी समय प्रबंध टिप्स पढ़ लें लेकिन आपको सबसे पहले किसी काम को टालने की आदत से बचना होगा। याद रखिये कि किसी काम को करना उतनी तकलीफ नहीं देता जितना उसका टालना। इस टिप को अनुसरण कर लेने से ही आप बन जायेंगे एक Smart Time Manager। आपने ये कथन बहुत बार सुना होगा- काल करै सो आज कर, आज करै सो अब। पल में परले होइगी, बहुरि करेगा कब।। लेकिन अब समय है इसको अनुसरण करने का।

सुबह उठते ही 15 से 20 मिनट में आप पुरे दिन की एक समय सारणी बना सकते हैं। कभी कभी हम उत्साह में समय सारणी काफ़ी कठिन बना लेते हैं लेकिन हमे हमेशा time table simple ही बनाना चाहिए ताकि आप इसमें सफल होके खुद को सुपर प्रेरित कर सकें। आप पहले भी टाइम को सही तरीके से उपयोग करने के लिए प्रयास कर चुके होंगे। कुछ लोग सफल भी हुए होंगे, और जो नहीं हुए उनके पास हमेशा एक और मौका होता है। दोस्तों, ब्रूस ली ने कहा है- अगर आप अपनी ज़िन्दगी से प्यार करते हैं तो वक़्त मत बर्वाद करें , क्योंकि वो वक़्त ही है जिससे ज़िन्दगी बनी होती है। तो चलिए, एक बार फिर समय के महत्त्व को महत्त्व देते हैं, और “टाइम ही नहीं मिलता ” कहना छोड़ कर उन चीजों के लिए वक़्त निकालते हैं जो सचमुच ज़रूरी हैं।

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