दोस्तो बात 2008 की है जब हम दोनो 1st टाइम बोर्ड exam टाइम पे मिले उस्दीन हुमारा हिस्टरी का पेपर था न हम दोनो आगे पीछे बैठे थे। मैने जब पहली बार देखा इन्हे तो बस अपना दिल दे बैठी न चाहती थी क कब उनसे फ्रेंडशिप करू पर exams ख़तम हो गई न में उन्हे मिल नही पाई.पेर कुछ समय बिता तब मई उन्हे भूल चुकी थी बुत अचानक से वो मेरे सामने आई न गोद नोस मई तो बस सदमे मे चली गई की ये इंसान यहा कैसे आया बाद पता चला की मेरे घर के बाजू मे उनके मासी का घर था। पहले तो उन्होने मूज़े देकना नई ये जानते हुए बी के में उन्हे देखती हू तो मूज़े बहोट बुरा लगा पेर जब मैने उन्हे इग्नोर करना शुरू किया तब जाके उन्होने मुजसे फ्रेंडशिप करना चाहा।
फिर हम लोगो का 12 भी हो गया तब भी हम दोस्त ही थे वाकी मेरी हिम्मत नही थी उन्हे प्रपोज़ करने की न ये ब नही पता था की वो मेरे बारे मे क्या सोचते है। जब मैने BBA मे अड्मिशन लिया न उन्होने द फार्म मे तब मैने ही उनको प्रपोस किया। उन्होने हा तो कहा बुत एक शर्त पे की शादी करोंगी तो ही प्यार करो वरना खिलवाड़ मत करना मैने हा कहा न हम चुपके चुपके मिलने लगे। लेकिन इलू हम दोनो ने 2010 मे कहा बस उही हम हुमारा मास्टर डिग्री तक मिलते गई मतलब मैने MBA किया न उन्होने M.PHARM अब दोस्तो मेरी रियल लाइफ शुरू हुई यहसे जब मेरे घरवालो ने मेरा बायोडाटा निकाला।
पहले मूज़े पूछा गया था क नेहा तूमे कोई पसंद है क्या तब मैने ना कहा क्युकी में जानती थी की अगर हा कहूँगी तो ये लोग मेरा जीना मुश्किल करदेंगे मेरी पड़ाई बी. जाएँगी न मेरा करियर बर्बाद हो जाएँगा फिर मेरे घरवालो ने मेरा .बायोदेटा निकाला तब बी कोई प्राब्लम नही तू पेर जब पता चला मूज़े क कोई लड़का आनेवाला है देकने मूज़े तब मैने मेरे ब्फ को बताया तो उन्होने कहा के तुम अपने घरवालो को सब बताओ न मई ब सब बता देता लेकिन याद रकना शादी तो हम एक दूजे से ही करेंगे. बस फिर क्या था मैने अपने घरवालो को सब बताया न उन्होने बी बुत अब दोनो क घरवाले कहा मानने वाले थे आस usual sab story मे जैसे विल्लन होते है वैसे मेरी बी थे उन्होने तो अपने घरवालो को कैसे भी कह कर माना लिया यहा तक ये कहा मई शादी करूँगा तो उससिसे करूँगा वरना नही करूँगा।
फिर उनके घरवाले कहा माननेवाले थे लेकिन जब उन लोगो ने देखा के मेरे पति का नेचर अब पहले जैसा नही रहा वो बहोत रोते है। तब जाकर उनके घरवालो ने हा कहा अब ये तो हो गई मेरे पति के घर की बाद अब जो मेरे सात हुआ वो सुनो मेरे घरवालो ने सब बंद करवा दिया tutions clg यहा तक मूज़े दूसरे सिटी ले गई न वहा बहोत सारी पूजा करवाई यहा तक मेरा मोबाइल भी ले लिया न ऐसा बहोट कुछ किया मई बताना नही चाहती पेर में मानी नही। मुजपे बहोत प्रेशर डाला गया के ये शादी मत कर पेर मैने कहा में शादी करूँगी तो इसीसे वरना नही तो मेरे घरवाले नाराज़ हुए और कहा के नेहा को वो दूसरे सिटी से ही विदा कर दो न मेरे bf को फोन लगाया गया तो उन्होने भी कहा की में नेहा को लेने आता पेर फिर मेरे भुआ ने समजाया के ऐसा मत करो समाज मे इज़्ज़त नही रहेंगी क्युकी हुमारी कास्ट न स्टेटस दोनो सेम है।
अब मेरे bf जो पता नही था की यहा मेरे साथ क्या क्या हो रहा न मई भी कैसे बताती फिर एक दिन जब मूज़े वापस मेरे होमटाउन लाया गया तो मैने चुपके से पापा के सेल से कॉल किया न उन्होने सिर्फ़ इतना कहा की मई रोज़ तूमे देकने तुमरे घर के पीछे आया करूँगा 4 बजे फिर क्या मई रोज़ चुप चुप के उन्हे देखती न रोज़ एक चिठ्ठी फेकती न उन्हे यहा क्या हो रहा है मेरे साथ ये सब उन लेटर्स मे लिखकर बताती न वो घर के खिड़की से फेक देती न वो उठा लेते और वहा से चले जाते. हम दोनो खूब रोया करते लेकिन मूज़े पता था की हम एक दूसरे की हिम्मत है। तो हम दोनो एक दूसरे को इशारो से कहते की रो मत हम ज़रूर एक होंगे क्युकी मूज़े पता था की जब हुमारा रिलेशन्षिप ८ साल से है न हम इतना मिलने के बाद कभी पड़के नही गई इसका मतलब भगवान हमारे साथ है।
अब आगे ऐसा हुआ की मेरे BF ने वो सारी चिठ्ठी जो मैने उन्हे छुपकर लिखी थी वो बताई। तो उनके घरवालो ने कहा की अगर अब उसके घरवाले नही माने तो हम उसे ऐसे ही ले आएँगे न यहा उसकी शादी करेंगे पेर जब ये सब मेरे घरवालो को पता चला तो सबसे पहले उनलोगो ने पूछा की मेरे bf के घरवालो को यहा तुमरे साथ क्या क्या हो रहा के कैसे पता चला पेर मैने उनको कुछ नही बताया पेर अब लास्ट एक ही रास्ता बचा था भागकर शादी करने का लेकिन मेरे bf ने कहा नही हम शादी करेंगे न सबकी मर्ज़ी से पर मूज़े पता था की बहोत मुश्किल है atlast जब में आखरी तक यही कहती रही के मई शादी इसेसी करूँगी तब जाकर घरवालो ने बहोत मारा लेकिन करवाई वो भी धूम धामसे न स्पेशल मोमेंट तो जब ता जब वो लोग मेरे ससुरालवलो से मिले न उनलोगो को पता चला के ये लोग हमसे भी जाड़ा rich है। लेकिन तब भी हूमे एक साल तक स्ट्रगल करना पड़ा मेरे घरवालो के दिल मे जगा बनाने के लए तब जाके हुई हमारी शादी।
दोस्तों आज में बहुत खुश हू की मैने ऐसे इंसान से प्यार किया जो मूज़े बहोत चाहता है न ७ सालो से सिर्फ़ मेरा है मेरे इतने दोस्त रहने के बावजूत मुजपे ना कभी शक किया ना कभी रूठा ना कभी छोड़ने की बात की हा ये सच है की रिश्ते की शूरवात मैने की लेकिन निभा रहा है मेरा लवर जो अब मेरे husband बन चुके है। दोस्तों में जनता हु की बहुत लव स्टोरीस मे प्रॉब्लम्स आती ही है लेकिन अगर हम सचे है वफ़ादारी प्यार न समदारी रखते है तो ज़रूर एक होंगे बीस कभी अपने पार्ट्नर को जूठी तस्लिल या जूठे वादे करके बीच रास्ते पे मत छोड़ देना।सीरियस्ली हम दोनो ने हमेशा एक दूसरे का साथ दिया चाहे कितने बी झगड़े हो कभी शक नही किया इसलिए आज एक हुए है।
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