Saturday 21 November 2015

नाशखोरी से कैसे दूर रहें दारू छोड़े हेल्थ टिप्स

How to stay away from alcohol

दारू छोड़े, नाशखोरी से कैसे दूर रहें दारूआज कल लोगों में शराब पीने का चलन बहुत तेजी से बढ़ चुका है। यह आदत ना केवल बड़ों तक सीमित है बल्‍कि युवाओं में भी तेज हो गई है। लड़के हों या फिर चाहे लड़कियां, हर किसी को पार्टी में नाचना-गाना और ढेर सारी शराब पीने के बाद ही चैन आता है। यह ड्रेंड इतना ज्‍यादा चल चुका है कि लोग अब शराब के आदि हो चुके हैं। जिन लोगों को शराब पीने की बुरी आदत पड़ जाती है, वे इसका एक पेग लगाए बिना नहीं रह सकते। शारीरिक या मानसिक रूप से जब कोई किसी खास चीज़ पर निर्भर हो जाता है तो उस स्थिति को लत/आदत कहते है। 

आदत का क्षेत्र बेहद विस्तृत है जिसमे शराब से लेकर तंबाकू, हेरोईएन तक भी आते हे। या दूसरे ड्रग्स सहित जुआ, सेक्स, एक ही काम करने की भूख आदि शामिल है लेकिन यहाँ हम शराब की लत पर बात कर रहे है।  आज कल लोगों में शराब पीने का चलन बहुत तेजी से बढ़ चुका है। यह आदत ना केवल बड़ों तक सीमित है बल्‍कि युवाओं में भी तेज हो गई है। लड़के हों या फिर चाहे लड़कियां, हर किसी को पार्टी में नाचना-गाना और ढेर सारी शराब पीने के बाद ही चैन आता है। यह ड्रेंड इतना ज्‍यादा चल चुका है कि लोग अब शराब के आदि हो चुके हैं। जिन लोगों को शराब पीने की बुरी आदत पड़ जाती है, वे इसका एक पेग लगाए बिना नहीं रह सकते। चलिए जाने नाशखोरी से कैसे दूर रहें। 

कुछ लोग कब्ज होने पर शराब लेते हैं। ऐसा देखा जाता है कि शराब लेने के बाद लोग ठीक से खाना तक नहीं खा पाते। ऐसे में पाचन क्रिया सही होने का सवाल ही नहीं उठता। दूसरी तरफ शराब में अम्लीय गुण पाया जाता है, जिससे हमेशा असिडिटी होने की आशंका बनी रहती है।

* घरेलू तरीके

संतरा और नींबू के रस तथा सेब, केला आदि के सेवन से आल्कोहॉल की वजह से शरीर मे जमा जहर कम हो जाता है। खजूर काफ़ी फायदे मंद रहता है।  3-4 खजूर को आधे ग्लास पानी मे रगदकर देने से शराब की आदत छोड़ने मे मदद मिलती है। धूम्रपान करना बिल्कुल बंद कर दे।  धूम्रपान से आल्कोहॉल लेने की इच्छा प्रबल होने लगती है। आधा ग्लास पानी और समान मात्रा मे अजवाइं से बने रस को मिलकर रोजाना एक महीने तक पीने से काफ़ी फयडा मिलता है।

* आयुर्वेद 

अल्कोहॉल से लिवर मे सूजन, पेट और तांत्रिक तंत्र से जुड़ी बीमारियाँ हो जाती है। आयुर्वेद मे इन बीमारियों को दूर करने की दावा दी जाती है और साथ साथ शराब का विकल्प दिया जाता है जिसमे अल्कोहॉल की मात्रा काफ़ी कम हो।

* होम्योपैथिक

Councling के साथ साथ होम्योपैथिक की दवा नियम से ली जाए, तो शराब की लत के शिकार लोगों को राहत मिल सकती है ये दवाएँ ना सिर्फ़ आल्कोहॉल से शरीर को होने वाली बीमारियों को ठीक करता है बल्कि मनोविज्ञानिक नज़रिए से भी फायदा पहुँचाती है। कुछ खास दवाएँ यहाँ दी जाती है लेकिन कोई भी दवा शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से एक बार सलाह ज़रूर ले।

* योगा 

शराब पीने वालों का आत्मविश्वास कमजोर होने लगता है। उनकी एकाग्रता भी चीन पड़ती है। साथ ही पूरे शरीर मे शराब का जहर फैल जाता है।  मुद्रा ध्यान तथा योग क्रियों के मध्यम से उनके शरीर से विकार को दूर किया जाता है। इन विकारों के दूर होने से आल्कोहॉल के शिकार लोगों को राहत मिल सकती है।

* ध्यान (Meditation)

ध्यान करने से शरीर के अंदर से खराब तत्व बाहर हो जाते है। एकाग्रता लाने के लिए त्रतक किया जाता है।  इसमे बिना पालक झपकाए प्रकाश की रोशनी को लगातार देखने का अभ्याश किया जाता है। अभ्याश करते करते एक समय ऐसा आता है जब व्यक्ति को मात्रा बिंदु दिखाई देता है।

* समाज और क़ानून की ज़िमेदारी 

किसी शराबी को सही रास्ते पर लाने का काम उसके घर से शुरू होता है। जिस दिन पता चले की महिला या पुरुष ने शराब पी है उसी दिन से उसका विरोदस  शुरू हो जाना चाहिए।  बाद मे यही शराबी घरेलु हिंसा को अंजाम देने लगते है। ऐसी मे पोलीस को भी सूचना दी जा सकती है या प्रमर्श केन्द्र मे भी लेकर जया जा सकता है। शराब पीकर सड़क पर हंगामा करने वालों को पोलीस विभिन्ना के तहत पकड़ सकती है।  हालाँकि घर के सदस्या, दोस्त आदि जमानत ले सकते है। जैल मे भी प्रमर्श केन्द्रा होता है।

जब शराब पीने की इच्छा हो तब किशमिश का १-१ दाना मुंह में डालकर चूसें। किशमिश का शरबत पीने से भी दिमाग को ताकत मिलेगी और धीरे-धीरे शराब छोड़ने की क्षमता आ जायेगी।

1 comment:

  1. Consider taking natural supplement for instant and effective result.

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