The Realization Of Love Hindi Kahani
1 year के छात्रों क्लास में अपनी जगह ले रहे थे। वहा अचानक अचानक झटका लगने से एक लड़का लड़की के साथ टकराया। दोनों की नजर एक दूसरे पर लगी। दोनों शर्माकर वहा से चले गए। लेकिन दोनों के दिल की धड़कन बढ़ गई। और पहले कभी न हुआ अहसास का अनुभव हुआ। बार बार एक दूसरे को देखना शुरू कर दिया । लेकिन दोनों की नजर मिलती है तो वो निचे मुड कर शर्मा जाते है। दो-तीन दिन बाद उस लड़का बाइक पर जा रहा था तब वहा ट्राफिक सिग्नल की बजाय वो 10 मिनिट रुका था तब वहा वो लड़की भी स्कूटी लेकर खडी थी, दोनों में से किसीका भी ध्यान नहीं था। जब ट्राफिक सिग्नल खुलता है तब उसकी नजर एक दुसरे पर पड़ती है। फिर वो एक दुसरे के सामने देखकर चलते जाते थे।
एक दिन वो लड़की शॉपिंग के लिए उसकी माँ के साथ मॉल में है जाती है। उसकी माँ आगे चली जाती है और वो सब चीज़े ले आती है। तब उसके साथ कोई टकराता है और सब चीज़ निचे गिर जाती है। वो परेशां होकर सब चीजों को संग्रह करती है और जिसके साथ टकराई थी उसको भी सॉरी बोलकर सभी चीज़ भरने में मदद करती थी और एक-दूसरे के सामने देखते थे, और आश्चर्य से देखते है रहते थे।
और लड़के ने कहा: भगवान ने हमारी तीसरी बार मुलाकात करवाई है।
उस लड़की बिना कुछ कहे आगे चलती रहती है , लड़के ने उसे रोका और कहा की में आपका नाम जान सकता हु। लड़की ने कहा मेरा नाम काव्या है और आपका ?
लड़के ने कहा मेरा नाम कमल है। इतना पूछकर काव्या आगे चलती है लेकीन बार बार पीछे मुड़कर देखती है।
कमल वहा खड़ा रहता है। लेकिन काव्या का आवाज उसके कान में कैद हो जाता है। कॉलेज में मिलते है तब कुछ भी बोलने की हिम्मत नहीं कर सकते थे। सिर्फ सामने देखकर मुस्कुराते थे। एक दिन कमल बिजली का बिल भरने के लिए जा रहा था, और उसको थोड़ी जल्दी भी थी। खिड़की के पास जाकर बोलता है की पहले मेरा बिल लेलो मुझे थोडा काम है। उसके साथ कोई दूसरा भी बोलता है की नहीं पहले मेरा बिल लेलो मुझे उससे ज्यादा काम है। आवाज सुनकर एक दुसरे सामने देखते है तो दोनों हस पड़ते है। कमल काव्या का बिल लेकर उस बिल वाले को देता है। बार बार मुलाकात से दोनों दिल के करीब आ गए थे। अब तो वो कही भी जाते थे और आसपास देखकर कमल काव्या को और काव्या कमल को खोजते रहते है।
कमल के दूर के रिश्तेदारो में शादी थी। कमल को वहाँ जाने की इच्छा नहीं थी लेकिन अपने पिता के कहने के लिए जाना पड़ता है। कमल का मन कही पर भी नहीं लग रहा था। वो खाना खा कर घर जाने की जल्दी में था। कमल प्लेट लेने जाता है तब वही थाली में वही कोई और भी हाथ रखता है ओर सामने देखा तो काव्या थी। कमल काव्या को देखकर वे बहुत खुश हो जाते हैं । और हंसकर कहता है hii काव्या! काव्या बिना कुछ कहे वहा से चली जाती है और कमल दुखी हो जाता है। उसको लगता है की मैंने कुछ गलत तो नहीं कह दिया है? इस तरह के विचारों से कमल का मन में कुछ होता है।
कमल को इसका मन ठीक करने के लिए उसके दोस्तों काव्या से मिलने का लिए कहते है लेकिन कमल ऐसी हिम्मत नहीं करता है। एक दिन काव्या कमल के पास एक बुक लेने के लिए आती है तब कमल उसको कॉफी पीने के लिए आमंत्रित करता है और काव्या भी मान जाती है। दोनों को पास के एक कॉफी - हाउस में पहुँचते है। वहा कमल थोड़ी देर कुछ भी बोलता नहीं है। सिर्फ काव्या की बात सुनता है और फिर कमल ने कहा: उस दिन शादी में मुझे आपको सबके सामने नहीं बुलाना चाइए sorry, लेकिन में जब तुजे देखता हु तब मेरे अंतर को रोक नहीं सकता। लेकिन मैंने आपको जब पहली बार देखा तब मुझे कुछ अलग ही महसूस हुआ था और अभी भी में तुजे कही भी देखता हु तब सभी सुख का अहसास करता हु। गलत मत लगाना, मैं सिर्फ मेरी भावना बताता हु। मेरी तुम से कुछ भी उम्मीद नहीं है। लेकिन मेरा नियंत्रण मेरे काबू में नहीं है। I love you kavya...
कमल ने तो क्या बोल दिया उसको तो मन में ही नहीं था और शर्माकर निचे मुड गया थोड़ी देर दोनों निस्संदेह हो गए और कमल को ऊपर देखने की तो हिम्मत ही नहीं थी।
फिर काव्या ने कहा: I love you too kamal ”
दोस्तों यहाँ प्रेम की प्राप्ति की कहानी पूरी होती है अगर आपको ये कहानी अच्छी लगे तो जरुर शेयर करना।
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