Friday, 11 December 2015

Alas Kaise Kam Kare

आलस कम कैसे करे


आलस्य मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु है. आलस्य ऐसा दोष है जिससे मनुष्य अपने वर्तमान और भविष्य दोनों को नष्ट कर देता है. आलस्‍य समय-समय पर सभी को प्रभावित करता है. और हर कोई इस आलसीपन को दूर करने के उपायों को ढूढ़ते रहते हैं. आलस्‍य को दूर करना सफलता हासिल करने के लिए बहुत महत्‍वपूर्ण है. आलसी व्यक्ति कभी भी स्वयं को किसी कठिन काम के लिए तैयार नहीं करता, वह बहाना बनाता रहता है कि यह काम हम से नहीं हो सकता, यह बहुत मुश्किल है और ऐसा मैंने कभी नहीं किया आदि. अगर आप कुछ करना नहीं चाहते जब की काम करना बहोत ज़रूरी है तो इसे आलस कहते है. आलस एक कमज़ोरी की निशानी है.

अब प्रश्न यह है कि आलस्य का चिकित्सा क्यों कर सम्भव है. और वह कौन से उपाय हैं जिनको अपना कर हम आलस्य से छुटकारा पा सकते हैं ? आइए निम्न में हम इनकी जानकारी प्राप्त करते हैं.

alas dur karne ke upay

Alas Dur Karne Ke Upay (आलस दूर करने के उपाय)


* आलस का मुख्य कारण ढूँढे (Alas ka Mukhya Karan Dhundhe)

•  अगर आप डरे हुए है तो किस बात का दर लग रहा हे ज़रा सोचिए. और अपनी क्षमताए पहचानते हुए दर पर काबू करे.

•  अगर आप दुखी है तो शायद इसके लिए जवाब सिर्फ़ समय देगा. कुछ दर्द भरे घाव हमारे सोचने से भर नही पाते उन्हे समय देना पड़ता है. समय के साथ सारे घाव भर जातें है. हा हम इतना ज़रूर कर सकते है की हम हुमारी उस चोट के बारे ज़्यादा विचार ना करे. क्योकि जितना विचार होगा उतना नेगेटिव परिणाम होगा और आपके घाव भरने में उतना ही ज़्यादा समय लगेगा.
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•  अगर आप थके हुए है तो खुदको ज़रा टाइम दीजिए. अगर आपका शेड्यूल इसे रज़ामंदी नहीं देता तो थोड़ी कुर्बनिया दीजिए, मतलब कुछ काम मत कीजिए पर थकान मिटाने के लिए खुद को आराम देना बेहद ज़रूरी है.

•  अगर आप कम उत्तेजित है तो आप अपनी किसी आदत का सहारा ले सकते जैसे की गाना गाना या चित्रा निकलना etc. या फिर ऐसी कोई चीज़ कर्ण जिससे आपको खुशी मिलती है.

•  अपने कार्यों के लाभ पर ध्‍यान केंद्रित करें और आलस्‍य पर काबू पाने के लिए खुद को पुरस्‍कृत करें. इसके अलावा इस बारे में सोचें कि आलस्‍य का शिकार होने पर क्‍या-क्‍या हो सकता है. अपने आपको प्रेरित करने के लिए उन सभी पर नजर रखें. (alas dur karne ke upay)

•  आपको स्वयं से पूछना है कि आप आसली क्यों हैं. आलस्य के कुछ ऐसे कारण होंगे जिन्हें स्वयं आप ही जान सकते हैं. खुले दिल से उसके कारण का पता लगाएं फिर उसका एलाज शुरू कर दें. आपको सोचना चाहिए कि आलस्य के कारण कितने अवसर को आपने खो दिया, यदि उस समय आलस्य न की होती तो आज कितना आनंदित आप का जीवन होता. विदित है कि इसके लिए आप जिन बुरे स्वभाव के आदी हैं उन्हें आपको छोड़ना होगा.
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* खानपान में संतुलन अपनायें  (Khanpan me Santulan Apnaye)

कभी कभी आलस्य का कारण खानपान का अधिक मात्रा में प्रयोग करना भी बनता है. इस लिए खानपान में संतुलन अपनायें, लती हुई सामग्रियों का सेवन अधिक न करें, और हमेशा खाना सीमित मात्रा में लें, क्यों कि पेट भरने से शरीर भारी होता है और जब शरीर भारी होगा तो स्वाभाविक बात है कि आलस्य आएगी. एक भारी यानी फैट, शुगर और कार्बोहाइड्रेट से भरपूर भोजन से आपको आलस महसूस होता है. इसके अलावा आपको ग्लाइसेमिक खाद्य पदार्थों से भी दूर रहना चाहिए क्‍योंकि यह रक्त शर्करा के बढ़ने के साथ आपमें अस्‍थायी ऊर्जा को बढ़ावा देता है. ऐसी ऊर्जा कुछ मिनट में दूर होकर आपको थकान महसूस करवाती है. Alas Kaise Kam Kare.

* खुद से बातें करे (Khud se Baate kare)

कई बार अपने विचार आदतों में बदल जातें हैं तो कई बार आदतें विचारों में. तो इसका मतलब हुआ की आपको अपने विचारों पे काबू रखना होगा. उदाहरण के तोर पे अगर कोई सोचता है “ में खूब आलसी हूँ, कोई काम नहीं करना चाहता हूँ. तो वो आलसी हो जाएगा और कोई काम करते वक्ता उसे काम ना करने के ही ख़याल आएँगे. इसीलिए खुदसे बातें करों जैसे “में इस कर सकता हूँ, ये बेहद आसान है” ऐसी बाते किया करो.

* सोने में संतुष्टी प्राप्त करें (Sone me Santusti Prapt Kare)

सोना का एक नियमित शेड्यूल होना बहुत महत्‍वपूर्ण है. यह पता करना बहुत जरूरी है कि आपको रात में पर्याप्‍त नींद आती है या नहीं. सप्ताहांत सहित, प्रत्येक दिन एक ही समय में बिस्तर पर सोने और एक ही समय पर उठने की आदत बनाये. 24 घंटे में 8 घंटा निरंतर सोने की आदत डालें, यदि उस से अधिक हुआ फिर भी आलस्य आएगी और यदि उस से कम हुआ तब भी आलस्य आएगी, सोने जागने में संतुलन अपनाने की आवश्यकता है. नियमित रूप में कुछ समय निकाल कर हरी सब्ज़ी पर टहलने की आदत डालें. (Alas Kaise Kam Kare)
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* फायदे के बारें में सोचे (Fayde ke Bare me Soche)

अगर आप ऐसा करें तो क्या होगा, अगर वैसे करें तो क्या होगा इस बारें में ज़रा सोचिए. भविष्या में क्या क्या फायदे होंगे अगर आप अब इस काम को करेंगे ऐसा भी सोचिए. आपकी सोच आपको प्रोत्साहित करेगी. और काम में आपका दिल लगने लगेगा. इसके अलावा और भी बातें है जो आप कर सकते हो. आपका पहनावा बेहद मायने रखता है. आपको कई हद तक आपका पहनावा उत्तेजित करता है. उदाहरण के तोर पे जब आप नये कपड़े पहनते है तब आप खुदसे काम करने के लिए तत्पर रहते है. नियमित ध्यान और योगा करे.  किसी भी काम को करने से पहले उसकी बुराई के बारे न सोचते हुए अच्छाई और फायदे के बारे में सोचें. टास्क के मुश्किल पहलुओं पर नजर रखें और अपना टारगेट बनाएं कि कैसे किया जा सकता है. आलस्य को दूर करने के लिए माइंड को फायदे की तरफ मोड़े. [ Alas Kaise Kam Kare Hindi Me ]

इस बात को ध्यान में रखकर मेरा आपसे आग्रह है की आप खुद पर एक और नजर डाले. और देखे की आप बीमार है या अप्रेरित. अगर दोनों में कुछ भी है तो दोनों का इलाज संभव है. अगर आपको यह लेख पसंद आया तो कृपया अपने दोस्तों के साथ साझा करें और अपनी टिप्पणी भेजें.

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