Wednesday 6 January 2016

Aankhon Ki Dekhbhal Kaise Kare

आंखों की देखभाल कैसे करे


आँखें हैं तो जहान है। अगर आप कुछ छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखें तो आँखें न केवल जीवन भर आपका साथ देंगी, बल्कि उनका स्वास्थ्य व खूबसूरती भी बनी रहेगी। कम उमर मे चश्मा लग जाना आजकल एक समस्या सी बात है। इस समस्या से जूझ रहे लोग इसे मजबूरी मानकर हमेशा के लिए अपना लेते है। लेकिन ऐसा नही है की अगर किसी कारण से एक बार चस्मा लग जाए तो वह उतार नही सकता। चस्मा लगने का सबसे प्रमुख कारण आँखों की ठीक देखभाल ना करना, पोषक तत्व की कमी या अनुवांशिक हो सकता है। इनमे से अनुवशिंक कारण को छोड़कर अन्य कारणों से लगा चश्मा सही देखभाल और खानपान का ध्यान रखने के साथ ही देसी नुस्के अपनाकर उतारा जा सकता है। Aankhon Ki Dekhbhal Kaise Kare

आंख कई छोटे हिस्सों से बनी एक जटिल ग्रन्थि है, जिनमें से प्रत्येक हिस्सा सामान्य दृष्टि हेतु अनिवार्य है। साफ देख पाने की क्षमता इस बात पर निर्भर करती है कि ये हिस्से परस्पर कितने बेहतर तरीके से काम करते हैं। दृष्टि, एक छवि बनाने के लिए दोनों आँखों के परस्पर उपयोग की क्षमता होती है। सटीक दृष्टि के लिए दोनों आँखें एक साथ आसानी से सटीक एवं बराबर काम करती हैं। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ ऐसे ही घरेलू नुस्खे जो आंखों की समस्या में रामबाण की तरह काम करते हैं।

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Aankhon Ki Dekhbhal Kaise Kare Hindi Me Tips 


•  एक सप्‍ताह में कम से कम तीन बार, बादाम पड़ा हुआ दूध पिएं। इसमें विटामिन ई होता है जो आंखों में कोई विकार होने लाभप्रद होता है। इसके सेवन से त्‍वचा में भी चमक आ जाती है। आप चाहें तो इस दूध में चुटकी भर काली मिर्च का पाउडर भी डाल सकती हैं।

•  Aankhon Ki Dekhbhal Kaise Kare रात को दो गिलास पानी को एक  वर्तन में ले लें तथा एक मुठठी आँवला उसमें डाल कर फूलने रख दें ध्यान रखें आँवलों को पहले साफ कर लें।सुवह को आँवलों को मसल कर यदि ठण्ड का समय है तो आँवलों के पानी को थोड़ा कुनकना कर लें वाद में मसलें तथा छान लें एक चुटकी मेथी दाना मुँह में डाल कर आधा पानी पी जाऐं।वाकी पानी से आँखें धो लें।इस नुस्खे से आँखो की रोशनी भी बढे़गी साथ ही साथ कब्ज भी दुर होगी   

•  पैर के तलवों पर सरसों के तेल की मालिश करके सोएं। सुबह के समय नंगे पैर हरी घास पर चलें व नियमित रूप से अनुलोम-विलोम प्राणायाम करें आंखों की कमजोरी दूर हो जाएगी।

•  एक चने के दाने जितनी फिटकरी को सेंककर सौ ग्राम गुलाबजल में डालें और रोजाना रात को सोते समय इस गुलाबजल की चार-पांच बूंद आंखों में डाले साथ पैर के तलवों पर घी की मालिश करें इससे चश्में के नंबर कम हो जाते हैं।

•  कम्प्यूटर पर कार्य करते समय कम्प्यूटर एवं आँखों के बीच एक उचित दूरी अवश्य रखें।

•  काम करते समय रोशनी का समुचित प्रबंध रखें, पर रोशनी चौंधियाने वाली नहीं हो। काम करते समय बीच-बीच में आंखों को आराम दें, ठंडे पानी के छीटें मारें। Aankhon Ki Dekhbhal Kaise Kare

•  यदि आपकी आंखों में जलन है और उनसे पानी बह रहा है, तो इस वक्त सौंफ आपके लिए बेहद कारगर साबित होगी| सौंफ, आंखों की छोटी-मोटी समस्‍याओं को दूर करने के साथ साथ मोतियाबिंद और ग्‍लूकोमा में भी राहत दिला सकती हैं। इसलिए आप सौंफ के पानी से अपनी आँखों को धोएं| ऐसा करने से आँखों के रोगों से निजाद मिलती है|

•  गुलाब जल सिर्फ आपकी सुन्दरता ही नहीं बढ़ाता बल्कि आँखों की खुजली भी दूर करता है। गुलाब जल से अपनी आँखों को धोएं या इसकी कुछ बूंदों को आँखों में डालें, तुरंत आराम मिलेगा।

•  आँखों  में काजल का कम ही इस्तेमाल करें , और इस्तेमाल करते भी है तो रात को आँखों को   साफ़  करके ही सोये। इनमें कार्बन कण होते है जो की हमारी आँखों की कार्निया को प्रभावित करता हैं। Aankhon Ki Dekhbhal Kaise Kare

•  कंप्यूटर का इस्तेमाल करते वक़्त कंप्यूटर से दूरी  बनाये रखें यह दूरी 20 से 30 इंच की हो सकती हैं लगातार कंप्यूटर पे काम कर रहे हों तो बीच में ब्रेक लेते रहे। और टीवी देखते टाइम स्क्रीन की आंखो की दूरी   3।5 मीटर की रखे।

•  टीवी देखते समय कोई लाइट जरूर जलाकर रखें।

•  आँखों और किताब के बीच लगभग १२ इंच की दूरी रखें।

•  आंवले के पानी से आंखें धोने से या गुलाबजल डालने से आंखें स्वस्थ रहती है।

•  बादाम की गिरी, बड़ी सौंफ व मिश्री तीनों को समान मात्रा में मिला लें। रोज इस मिश्रण को एक चम्मच मात्रा में एक गिलास दूध के साथ रात को सोते समय लें।

•  बेलपत्र का 20 से 50 मि।ली। रस पीने और 3 से 5 बूंद आंखों में काजल की तरह लगाने से रतौंधी रोग में आराम होता है।

•  बच्चों से दवाएं, औषधियां, एसिड, रसायन, खाने की गर्म चीज़ें एवं नुकीली वस्तुएं दूर रखें।

•  आँखें एवं आंख के आसपास की त्वचा को साबुन और साफ पानी से धोकर साफ रखें।

•  अब जल्द ही गाजरों का मौसम आने वाला है| जैसे ही बाजार में गाजर आये तो रोजाना कम से कम दो गाजर जरूर खाए| गाजर में आंवला और चुकुन्दर मिलाकर इसका जूस निकालें और रोज पिए फिर देखिये कैसे आपकी आँखों की रौशनी ही नहीं बढ़ेगी बल्कि चेहरे पर भी लालिमा आ जाएगी|

•  एलोवेरा से भी आँखों की परेशानी से आराम पाया जा सकता है, एलोवेरा के रस में शहद और सुगन्धित चाय को मिलाकर आँखों को धोने से  खुजली में आराम मिलता है।

•  ग्रीन टी पीयें इसके एंटी ऑक्सीडेंट  आँखों के लिए लाभदायक होते हैं।

•  आँखो के लिए विटामिन ए ,बी ,सी  और डी  लाभकारी होती हैं। यदि शरीर में   विटामिन ए की कमी हो  जाये तो आपको रतौधी तथा साफ़  नहीं दिखेगा जैसे रोग हो सकते हैं  कई बार तो इंसान अंधा  हो जाता हैं इसलिए  हमें हरी सब्जियां  खानी चाहिये। Aankhon Ki Dekhbhal Kaise Kare

•  मेंथी के दानों को रात भर भीगने के लिए रख दें। इसके बाद, अगली सुबह खाली पेट इसके पानी का सेवन कर लें।

•  आंवले का दूध, बहुत लाभप्रद होता है। आपको इसे सुबह खाली पेट पीना चाहिये। इससे आंखों की रोशनी अच्‍छी हो जाती है और इससे वजन भी घटता है।

•  आंखों के हर प्रकार के रोग जैसे पानी गिरना , आंखें आना, आंखों की दुर्बलता, आदि होने पर रात को आठ बादाम भिगोकर सुबह पीस कर पानी में मिलाकर पी जाएं।

•  कनपटी पर गाय के घी की हल्के हाथ से रोजाना कुछ देर मसाज करने पर आंखों की रोशनी बढ़ती है।

•  रात्रि में सोते समय अरण्डी का तेल या शहद आंखों में डालने से आंखों की सफेदी बढ़ती है।

•  नींबू एवं गुलाबजल का समान मात्रा का मिश्रण एक-एक घण्टे के अंतर से आंखों में डालने से आखों को ठंडक मिलती है। हैं।

•  त्रिफला चूर्ण को रात्रि में पानी में भीगोकर, सुबह छानकर उस पानी से आंखें धोने से नेत्रज्योति बढ़ती है।

•  लघुपाठा नामक लता के पत्तियों के रस को भी नेत्र रोगों में प्रयोग कराने का विधान है।

•  नज़र तेज करने के लिए एक कटोरी में एक चाय का चम्मच गाय का घी लेकर उसमें 1 / 4 चम्मच काली मिर्च का पाउडर मिलाएं। इसका नित्य प्रात: सेवन करने से आँखों की रौशनी तेज होती है।

•  आँखों से चश्मा हटाने के लिए अपनी आँखों के आस पास अखरोट के तेल की मालिश करें इससे आँखों की रौशनी तेज होती है और आँखों से चश्मा भी उतर जाता है। यह बहुत ही आसान किन्तु अचूक उपाय है।

•  लगातार, बिस्तर पर लेट कर और यात्रा के दौरान पढ़ना नहीं चाहिए। पढ़ाई के समय आंखों को पर्याप्त विश्राम दें।  अतिरिक्त सूर्य की और भी टकटकी लगाकर नहीं देखना चाहिए।

•  प्रतिदिन भोजन के साथ 50 से 100 ग्राम मात्रा में पत्तागोभी के पत्तों का सलाद बारीक कतर कर, इन पर पिसा हुआ सेंधा नमक और काली मिर्च डालकर खूब चबा-चबाकर खाएँ।

•  आंखों की रोशनी ठीक रखने के लिए विटामिन ए का महत्वपूर्ण योगदान है। गाजर, पपीता, आम, अजवाइन, दूध, मक्खन का प्रयोग करें।

•  खीरे के रस में भिगाकर रुई फ्रिज में रखें। दोपहर को सोते समय आंखों पर रखें। गुलाब जल में रुई भिगो कर आंख पर रखें। Aankhon Ki Dekhbhal Kaise Kare

•  कम रोशनी में या लेटकर पढ़ने से आखें कमजोर होती हैं या फिर आंखो से पानी क्यों आता है? कम रोशनी में या लेटकर पढ़ने से आखें कमजोर नहीं होती हैंबल्कि सर दर्द या आंखो से पानी आने की शिकायत हो सकती है ये स्वभाविक है कारण पोजीशन का बदलाव।आंखो में पानी आने का कारण जो आंसू होते हैं वो अश्रु मार्ग से बहने के बजाय आखों से रिसने लगते हैं तो आंखों से पानी आने का एहसास होता है।

•  आँख में काजल, सुरमे का इस्तेमाल न करें।

•  हरी सब्जी, सीजन का फल एवं दूध का सेवन करना चाहिए।

•  तुलसी के पत्तों का दो-दो बूंद रस 14 दिन तक आंखों में डालने से रतौंधी रोग में लाभ होता है। इस प्रयोग से आंखों का पीलापन भी मिटता है।

•  केला, गन्ना खाना आंखों के लिए हितकारी है। गन्ने का रस पीएं। एक नींबू एक गिलास पानी में पीते रहने से जीवन भर नेत्र ज्योति बनी रहती है।

•  हल्दी की गांठ को तुअर की दाल में उबालकर, छाया में सुखाकर, पानी में घिसकर सूर्यास्त से पूर्व दिन में दो बार आंख में काजल की तरह लगाने से आंखों की लालिमा दूर होती है व आंखें स्वस्थ रहती हैं।

•  आंखों की रोशनी अच्‍छी करने के लिए अरंडी के तेल की एक-एक बूंद आंखों में डालें। अगर आंखों में खुजली हो तो इसका प्रयोग ना करें।

•  जूस और पानी की मात्रा को बढ़ाये  क्युंकि यह आँखों में नमी की बनाये रखने  में मदद करता हैं।

•  ठंडी सिकाई से आँखों को तुरंत आराम मिलता है, किसी सूती कपड़े को ठन्डे पानी में भिगोकर आँखों पर रखें, इसके लिये चाय की ठंडी थैलियों का भी उपयोग किया जा सकता है। फ़्रिज में रखकर ठंडा करके इन थैलियों को दिन में 3 या 4 बार 10 -10 मिनिट के लिए आँखों पर रखने से जल्दी आराम मिलता है। Aankhon Ki Dekhbhal Kaise Kare

•  आँखों को स्वस्थ रखने और सर के दर्द को दूर करने में भ्रामरी प्राणायाम बेहद ही फायदेमंद है| और अच्छी बात तो यह है इसे करना भी काफी आसान है। इसे करने ले लिए सबसे पहले आँखों को बंद कर लीजिये, फिर दोनों अंगूठों को कानों पर रखे ताकि आपको बाहार की आवाज न सुनाई दे। इसके बाद  अपने दोनों हाथों की उपर की दो उँगलियों को आँखों पर रख कर आँखों को बंद कर लीजिये। अब नाक से लम्बी गहरी सांस ले और दाँतों को आपस में ही मिला रहने दीजिये और में की आवाज निकालिए| अब पाएंगे की मस्तिष्क में कम्पन हो रहा है। बार बार इसी क्रिया को दोहराये कम से भी कम 12-15 बार इसे करें।

•  आंखों के इलाज में लौकी का छिलका बहुत उपयोगी है। लौकी का छिलका साये में सुखाने के बाद इसे जला लें। इसे खरल में पीस कर बहुत बारीक कर लें। सुबह तीन-तीन सलाई दोनों आँखों में सुरमे की तरह लगाने से कुछ दिनों के बाद आंख संबंधी सारे विकार दूर हो जाते हैं Aankhon Ki Dekhbhal Kaise Kare.

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