Memorable Day Of College Life In Hindi
पढ़ते-पढ़ते रज़ाई में सोने का
टीचर के पढ़ाने पर कहि और खो जाने का,
लैब में instrument की वाट लगाने का,
इंटरवल में पानी की टंकी के पास खड़े हो जाने का,
कॉरिडोर में भागते हुए चिल्लाने का,
लाइब्रेरी में बुक्स पर पेन चलाने का,
अपने दोस्त को बार बार उसकी lover के सामने चिड़ाने का
बार-बार eye contact कर मन ही मन मुस्कुराने का,
चलते चलते अपने दोस्तों को गिराने का,
और फिर इन पलो को याद करके आज भी मुस्कुराने का....
एक लम्बी लड़ाई के बाद बोलते थे: "चल साले अब 1 ठण्डा तो पिला"
और जब दोस्त को टीचर से डाँट पड़ने पर कहना: "छोड़ न यार ये पागल है अपने पीछे ही पड़ी रहती है"
जब अपने ग्रुप का कोई दोस्त नही आता था तब बोलना: "साला कहि लड़की के साथ होगा"
दोस्त को जब प्यार में धोखा मिलता था तब बोलते थे:"छोड़ ना यार वो तेरे टाइप की नही थी"
और एग्जाम में पास वाले दोस्त से बोलना: "साले कितनी सीट भरेगा? मुझे भी तो बता"
जब ग्रुप के सारे दोस्तों को एक साथ सज़ा मिलती थी तब: "सब तेरी ही वजह से हुआ है कमीने"
और जब सब अलग हुए तो आँखों मे आसुंओं के साथ बोलना:"जा साले हम तो छोटे लोग है तुम हमसे अब बात क्यों करोगे"
अगर आप भी अपने कमीने दोस्तों से प्यार करते हो तो पोस्ट को शेयर अबश्य करें क्योंकि दोस्त कितने भी कमीने क्यों ना हो पर जान होते है ..!!
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