Shayari-1
किनरो पे सागर के ख़ज़ाने नही आते,
फिर जीवन में दोस्त पुराने नही आते,
जी लो इन पॅलो को हस्स के जनाब,
फिर लौट के दोस्ती के ज़माने नही आते,
Shayari-2
आए दोस्त मैं तुझे भूल जाो, ये तेरी भूल है,
तेरी क्या तारीफ़ करू तू एक महकता हुआ फूल है.
Shayari-3
बिना कहे जो सब कुछ कह जाते है,
बिना कसूर जो सब कुछ से जाते है,
डोर रह कर भी जो अपना फ़र्ज़ निभाते है,
वही इंसान सचे “दोस्त” कहलाते है..
Shayari-4
दोस्ती अच्छी हो तो रंग लाती है,
दोस्ती गहरी हो तो सबको भाटी है,
दोस्ती नादान हो तो टूट जाती है,
पर अगर दोस्ती अपने जैसी हो तो इतिहास बनाती है !
Shayari-5
दोस्ती नज़रों से हो तो उससे कुदरत काहेते हैं
सितारों से हो तो जन्नत काहेते हैं
आँखों से हो तो मोहब्बत काहेते हैं
और दोस्ती आप से हो तो किस्मत काहेते हैं
Shayari-6
दिनसे रात होने को आआी है
पता नहीं ये कैसी जुदाई है
परवाह नहीं करते वो अपने दोस्त की
ना जाने ये कैसी दोस्ती निभाई है
Shayari-7
दुनिया में कोई किसी के लिए कुछ नही करता
मरने वेल के साथ हर कोई नही मरता
अरे मरने की बात तो डोर रही
यहाँ तो ज़िंदगी है फिर भी कोई याद नही करता
Shayari-8
दिल की कश्ती बिखर गयी होती,
और रूह के ज़ख़्म भर गये होते.
ज़िंदगी आप जैसे दोस्तो की अमानत है
वरना हम तो कबके मार गये होते
Shayari-9
नज़र अंदाज़ कैसे करे आपको,
नज़रों मे बिताया है जो आपको,
याद आने पर रोए भी तो कैसे,
डरते है झुकी जो पलके तो चुभेंगी आपको.
Shayari-10
यह दोस्ती मेरी नही हमारी है,
इसलिए तो साब रिश्तों सी प्यारी है.
ज़रूरी नही दोस्तों का रोज़ मिलना,
तभी तो स्मस,फोन कॉल्स,मेल्स का सिलसिला जारी है!
Shayari-12
फूल की शुरुवतकलिसे होती है,
ज़िंदगी की शुरुआत जान से होती है,
प्यार की शुरुवात दोस्ती से …
और दोस्ती की शुरुवात आपसे होती है !!
Shayari-13
दूरी हो तो अहसास होता है,
दोस्त के बिना जीवन कितना उदास होता है
उमर हो आपकी सितारों जितनी लंबी,
ऐसा दोस्त कहाँ किसी के पास होता है
Shayari-14
आँखें आपकी हो, पर आँसू मेरे,
ज़िंदगी आपकी हो, पर साँसे मेरी,
दिल आपका हो, पर धड़कन मेरी,
ज़िंदगी के आखरी मोड पर दुआ होगी यही,
Shayari-15
कफ़न आपका हो, और मौत मेरी……
तुम दोस्त हो मेरे सदा क लिए,
मैं ज़िंदा हूँ तुम्हारी वफ़ा क लिए,
कर लेना लाखों शिकवा मुझसे मगर,ना होना खफा खुदा क लिए.
Shayari-16
दोस्ती की बेजोड़ मिसाल हो तुम
ना है कोई कमी लज़बब हो तुम.
नही कोई ऐसा मेरी “दोस्त” जैसा
दोस्तों में' दोस्ती की एक अलग पहचान हो तुम
Shayari-17
तुम से बात हो मेरी तो सुकून मिलता है
जब जाती हो आरिफ़ को कर जाती बेजान हो तुम.
नही करता मॅन तुमसे डोर होने का एक पल
मज़बूरियों से घिरी बहुत परेशान हो तुम
Shayari-18
दोस्ती से कीमती कोई जागीर नही होती
दोस्ती से खूबसूरत कोई तसबीर नही होती
दोस्ती यू तो कचा धागा है
मगर इश्स धागे से मजबूत कोई जंजीर नही होती
Shayari-19
आए यार सुन यारी तेरी मुझे ज़िंदगी से भी प्यारी है
जवाब ही नही हमारा कही बड़ी खूब जोड़ी हमारी है
Shayari-20
मुस्कुराना ही खुशी नही होती,
उमर बिताना ही ज़िंदगी नही होती,
खुद से भी ज़्यादा ख़याल रखना पड़ता है दोस्तो का,
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