Saturday 5 December 2015

Kapalbhati Kaise Kare Aur Uske Fayde

how to do kapalbhati in Hindi


kapalbhati pranayam ke labh in hindi
सदियो से साँस से जुड़े योगा प्राणायाम  सेहत बढ़ने में सफल उपाय रहे है, इसमे कोई शक नही के कपालभाती एक बोहोत प्रचलित योगा प्राणायाम है जो साँस के साथ जुड़ा हुआ है। प्राणायाम एक प्रक्रिया है (शरीर की उर्जा) को बढ़ने के लिए और कपालभाती में ‘कपाल’ का मतलब होता है ‘माथा’ जो के अपने सेर के बालो और नाक के बीच मे आता है, और ‘भाती’का मतलब होता है रोशन करना सिंप्ली चमकदार बनाना। कपालभाती दो शब्दों से बना है कपाल यानि मस्तिष्क/सिर और भाती यानि चमक। यह प्राणायाम  मुख्य रूप से मस्तिष्क और मस्तिष्क के तहत अंगों को अच्छी तरह से प्रभावित करता है। (Kapalbhati Kaise Kare Aur Uske Fayde)

योग की हर क्रिया कारगर होती है, लेकिन बात जब कपालभाती प्राणायाम की होती है तो इसे जीवन की संजीवनी कहा जाता है। कपालभाती प्राणायाम को सबसे कारगर माना जाता है। योग के आसनों में यह सबसे कारगर प्राणायाम माना जाता है। यह तेजी से की जाने वाली एक रोचक प्रक्रिया है। दिमाग आगे के हिस्‍से को कपाल कहते हैं और भाती का अर्थ ज्योति होता है।  कपालभाती प्राणायाम को हठयोग में शामिल किया गया है। 

अब तो आप समझ ही गये होंगे के कपालभाती आपकी बॉडी(फेफड़ो और नसों को) क्लीन करना है। जिसमे साँस अंदर लेना नॉर्मल होता है पर ज़्यादा ध्यान साँस छोड़ने पर दिया जाता है और ये सब करने के लिए एक आसन में बेठना ज़रूरी होता है। इसे खाली पेट करना चाहिए और अगर खा लिया तो खाने के 2-3 घंटे के बाद। कपालभाती करने के लिए ऊम्र का कोई लिहाज़ नहीं है आप किसी भी उम्र में इसे कर सकते है हा लेकिन आपको किसी एक्सपर्ट की निघ्रानी में ही कोई नयी योगा प्रॅक्टीस करनी चाहिए। इसे करने के लिए सबसे बड़ीया इंडियन क्लाइमेट है। और अगर योगा प्रॅक्टीस कही हरियाली मे और शांत जगह पर करते हो बहुत अच्छा होगा। कपालभाती प्राणायाम करने के सही तरीके और इससे होने वाले फायदों के बारे में हम आपको बताते हैं। (Kapalbhati Kaise Kare Aur Uske Fayde)

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* कपालभाती कैसे करे (Kapalbhati Kaise Kare)


• एक समान, सपाट और स्वच्छ जगह जहा पर स्वस्छ हवा हो वहा पर कपड़ा बिछाकर बैठ जाए।

• आप सिद्धासन, पदमासन या वज्रासन में बैठ सकते है। आप चाहे तो आपको जो आसन आसान लगे या आप हमेशा जैसे निचे जमीन पर बैठते है उस तरह बैठ जाए। घुटनो पे हाथ रखिए और अब अपनी साँस के आने जाने पर ध्यान दीजिए। अगर बैठने में तकलीफ़ है तो आप खुर्सि पर बैठकर भी कर सकते है।

• सांस लेना है जैसे हम हमेशा लेते हें, बाद मे इसे थोडा थोडा करना है। साँस लेने से खून का aeration होता है।

• अभी सांस छोड़ने पर ज़्यादा ध्यान देना है। सांस को ज़बरदस्ती छोड़ना है। ध्यान रखना है के आपके फेफड़ो की सब एर आप ज़बरदस्ती कर बाहर छोड़ रहे है।

• सांस लेना और ज़बरदस्ती सांस छोड़ना continue रखना है।

• अगर आप अच्छी सेहत वाले है तो 10 से 15 मीं daily और अगर आप बीमार है तो 20 से 25 मीं रोज आप कपालभाती कर सकते है।

• आप बीच में आराम करके भी इस व्यायाम को कर सकते हैं। (Kapalbhati Kaise Kare Aur Uske Fayde)

* कपालभाती के फ़ायदे (kapalbhati benefits)


1. चेहरे की झुर्रिया और आँखों के निचे का कालापन दूर कर चेहरे की चमक फिर से लौटाने में मदद करता है। 

2. गैस, कब्ज और अम्लपित्त / Acidity की समस्या को दूर भगाता है। 

3. शरीर और मन के सारे नकारात्मक तत्व और विचारो को मिटा देता है।   

4. शरीर को detox करता है। 

5. कपालभाती प्राणायाम मोटापे से लाढ़ने में, पेट की चर्बी कम करने मेी फायदेकारक होता है।

6. इससे बॉडी ऑक्सिजन सप्लाइ बढ़ा है, और खून शुद्धा होता है।

7. एकाग्रता बढाने के लिए उपुक्त है। इसलिए कपालभाती को ‘ध्यान’ करने से पहले करते है।

8. यह आपको स्फूर्तिदायक बनाता है, शरीर में गर्मी पैदा करता है । बीमारी और एलर्जी से बचाता है।

9. शरीर में स्वतः हिमोग्लोबिन तैयार होता है। 

10. शरीर मे स्वतः कँल्शीयम तैयार होता है। 

11. इससे मांसपेशियो को तों करता है। जिससे आपकी पाचनशक्ति बढ़ती है।

12. सबसे महत्वपुर्णा फायदा आपका चेहरा खिलखिलाने लगेगा। आपका चेहरा ग्लो करेगा। जिससे आप जवान लगॉगे। उमरा छुपाने के लिए ना कोई क्रीम की ज़रूरत है।

13. इसके अलावा कपालभाती आपको नाडी शुद्धि में और कुण्डलिनी शक्ति जागृत करने में मदद करता है।

14. आखो की सभी प्रकारकी समस्या मिट जाती है, और आखो की रोशनी लौट आती है। 

15. दातों की सभी प्रकारकी समस्या मिट जाती है, और दातों की खतरनाक पायरीया जैसी बीमारी भी ठीक हो जाती है। 

16. थायराँइड की समस्या मिट जाती है।

17. सभी प्रकारके चर्म समस्या मिट जाती है।

कपालभाती करने में कुछ सावधानियों का भी ध्यान रखें। इसको सुबह के समय खाली पेट, पेट साफ होने के बाद की करें। खाना खाने के पांच घण्टे तक कपालभाती न करें। कपालभाती करने के आधा घण्टे तक कुछ न खायें। कपालभाती आसन एक ऐसा आसन है जिसमें सभी योगासनों का फायदा मिलता है। इसलिए इसे अपनी दिनचर्या बनायें और निरोग रहें। (Kapalbhati Kaise Kare Aur Uske Fayde)

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