त्रिकोणासन विधि और त्रिकोणासन के फायदे
त्रिकोणासन योग करते समय शरीर का आकार त्रिकोण के समान होने के कारण इसे त्रिकोणासन कहा जाता हैं। मोटापे से परेशान लोगो के लिए यह सबसे सरल और उपयोगी आसन हैं। त्रिकोणासन का नियमित अभ्यास करने से आपके पेट, कमर, जांघ और नितंब पर जमी अतिरिक्त चर्बी को आसानी से घटाया जा सकता हैं। यह आसन खड़े होकर किया जाता है। इस आसन में शरीर में अलग-अलग तीन कोण बनते हैं। इस आसन का नियमित अभ्यास आपकी कमर व पेट पर जमी चरबी को बहुत जल्दी कम कर देगा। त्रिकोणासन मांसपेशियों को मजबूती प्रदान करता है। कब्ज के रोगियों के लिए त्रिकोणासन वरदान से कम नहीं। कमर और कूल्हे की चर्बी कम करने में सहायक है त्रिकोणासन। Trikonasana Kaise Kare Aur Uske Fayde
शरीर के खास अंगों से अतिरिक्त फैट को कम करने में त्रिकोनासन काफी मददगार साबित होता है। इस आसन के अभ्यास से वेस्ट और थाईज़ से एक्स्ट्रा फैट कम होता है। त्रिकोणासन का नियमित अभ्यास करने से आपके पेट, कमर, जांघ और नितंब पर जमी अतिरिक्त चर्बी को आसानी से घटाया जा सकता हैं। तो अब देखते है की त्रिकोणासन कैसे करे। Trikonasana Kaise Kare Aur Uske Fayde
* त्रिकोणासन कैसे करे (How To Do Trikonasana Yoga In Hindi)
• त्रिकोणासन के अभ्यास के लिए पहले सीधे खड़े हो जाएं।
• दोनों पैरों के बिच 2 से 3 फुट का फांसला छोड़कर सीधे खड़े हो जाएं
• दाएं पैर को दायीं ओर मोड़कर रखे
• अपने कंधो की ऊंचाई तक दोनों हाथों को बगल में फैलाए
• अब साँस ले और दायी ओर झुके. झुकते समय नजर सामने रखे.
• दाएं हाथ से दाएं पैर को छूने की कोशिश करे
• बाएं हाथ को सीधा आकाश की और रखे और नजर बाएं हाथ की उंगलियों की और रखे
• शरीर उठाते समय सांसों को अन्दर ले और झुकते समय सांसों को छोड़े।
• अब वापिस सीधी अवस्था में लौटकर दूसरी और भी हाथ बदलकर यही अभ्यास करे
• ऐसे कम से कम 20 बार करे
• इसी प्रकार लेफ्ट ओर भी इस प्रक्रिया को दोहराएं| Trikonasana Kaise Kare Aur Uske Fayde
* त्रिकोणासन के लाभ (Trikonasana Ke Labh)
• सबसे पहले यह जान लें कि इसके विशेष लाभ हासिल करने हैं तो इस आसन का नियमित अभ्यास करें। तमाम शारीरिक विशेषज्ञों की राय है कि किसी भी आसन या एक्सरसाइज का सम्पूर्ण लाभ हासिल करना है तो उसे नियमित करना चाहिए। कभी करना, कभी न करने वाली मनःस्थिति से दूर रहें। साथ ही योगासन से कभी भी पूरी तरह से मुंह न मोड़े।
• अगर इस आसन को नियमित रूप से किया जाए तो आपकी गर्दन का , पीठ का , कमर का और पैर के सभी हिस्से मजबूत हो जाते हैं। Trikonasana Kaise Kare Aur Uske Fayde
• शरीर का सन्तुलित करने में मदद करता हैं।
• यह आसन करने से गर्दन, पीठ, कमर और पैर के स्नायु मजबूत होते हैं।
• जांघों, घुटनों और टखनों को मजबूत बनाता है।
• पाचन तंत्र को बल मिलता है, कब्ज, गैस व डायबटीज़ को दूर करने वाला है। इसके निरंतर अभ्यास से शरीर पर चढ़ी हुई अनावश्यक चर्बी कम होने लगती है, जिससे मोटापा दूर होता है और शरीर सुडौल बना रहता है।
• पैरों की पीछे वाली मासपेशियों में खिंचाव आता है और उनकी शक्ति बढ़ती है।
• सभी अंग खुल जाते हैं और उनमें स्फूर्ति का संचार होता है, आंतों की कार्यगति बढ जाती है।
• रीढ़ की हड्डी के लचीलेपन में सुधार लाकर गर्दन दर्द से राहत।
• त्रिकोणासन का नियमित अभ्यास मेरुदंड को लचीला बनाता है और फेंफड़ों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है।
• चिंता, तनाव को कम करता हैं। और तन-मन में स्फूर्ति जगाता हैं। Trikonasana Kaise Kare Aur Uske Fayde
• पेट पर जमी अतिरिक्त चर्बी को घटाकर मोटापा की समस्या को दूर करता हैं।
• Acidity से छुटकारा मिलता हैं।
• प्रजनन अंगों में सुधार कर बांझपन को दूर करता है।
• तेज गति से इसका अभ्यास करने से पूरे शरीर का व्यायाम होता है।
• जांघों, घुटनों और टखनों को मजबूत बनाता है।
* सावधानियाँ
• शरीर उठाते समय साँस अन्दर ले औए झुकते समय साँस बाहर छोड़े।
• अगर आपका रक्तचाप नियमित नहीं हैं तो आपको इस आसन को नहीं करना चाहिए।
• यह आसन करते समय सिरदर्द, चक्कर आना या पीठ दर्द जैसी समस्या होने पर तुरंत डॉक्टर या योग विशेषज्ञ की सलाह लेना चाहिए। Trikonasana Kaise Kare Aur Uske Fayde
• जितना आराम से कमर को आगे झुकाकर मोड़ सके उतना ही करें। जल्दबाजी और झटके से बचें।
• त्रिकोणासन उन लोगों को नहीं करना चाहिए जिनके पेट की सर्जरी हुई हो।
• लो बीपी, हाई बीपी, माइग्रेन, जुलाब, गर्दन और पीठ की चोट लगने पर यह आसन नहीं करना चाहिए।
• जिस तरह हर आसन को नियम व सीमा में रहते हुए करना चाहिए, ठीक उसी तरह त्रिकोणासन से भी कुछ लोगों को दूरी बनाए रखनी चाहिए। Trikonasana Kaise Kare Aur Uske Fayde
• अगर आपको स्लिप डिक्स की दिक्कत है, तो भी त्रिकोणासन करने से बचें। साइटिका पेन के मरीजों को भी इस आसन को करने से बचना चाहिए।
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